Sunday, 8 February 2015

MISS U ...

Bआपके आंखों की काजल ने हमको दिवाना बना दिया,
आपके होंठों की नरमी ने हमको पागल बना दिया,
अब इस दिल में आपकी ही तस्वीर नज़र आती हैं,
जिस दिल को आपने अपने चेहरे से सजा दिया

बहुत याद आ रही है पापा आपकी,😪

वो राधे...नाम की टेर, वो हरि बोल, राधे गोविन्द, सीताराम के नाम संकीर्तनों का रस, वो परिक्रमा, वो पिकनिक, वो दिन, वो बातें, वो महफिल,
क्या दुबारा कभी नहीं आयेंगे वो दिन? सिर्फ यही पूछता है बार- बार दिल. ...

आपके इंतजार में पलके बिछाये बैठे हैं,
जाने कब आओगे आप, पर आओगे आप ये उम्मीद लगाए बैठें हैं. ..

बस इतनी सी ख्वाहिश है हमारे दिल की,
फिर आके चले जाना, एक बार तो आ जाओ सुनलो पुकार आपके बच्चों की. ..

MISS U 😪😪


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