Ajit Kumar Kar
Menu Bar
Twitter
Linked in
Facebook
Saturday, 11 April 2015
उपासना
गुरु को अपना इष्टदेव, अपनी आत्मा मानो । अर्थात् आत्मा से ही आराध्य है गुरु ऐसा मानकर जो उपासना करेगा, उसी को भगवत्प्राप्ति हो सकती है ।
------- श्री महाराजजी ।
राधे - राधे ।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment