Friday 10 April 2015

Shyama Shyam Geet


माना मन अति चंचल कह बामा |
बार बार समझाओ मन तेरी श्यामा ||

भावार्थः यह सत्य है कि मन अत्यंत चंचल है किन्तु यदि मन को बार बार समझाया जाय कि श्री राधा ही तेरी हैं (सांसारिक नातेदार तो केवल शरीर के हैं और उन नातों का आधार केवल स्वार्थ ही है) तो धीरे धीरे मन संसार से विरक्त होकर श्री राधा में अनुरक्त हो जायेगा |
श्यामा श्याम गीत-33
-जगद्गुरुत्तम श्रीकृपालु जी महाराज
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