मेरी ज़िंदगी भी तू है, मेरी आरज़ू भी तू है....!
मेरी ज़िंदगी है ज़िंदा....... तेरी यादों के सहारे.......!!
हरि विरही विरहाग ते , पंचकोश जरि जाय।
त्रिगुण त्रिकर्म त्रिदोष सब , मेरी ज़िंदगी भी तू है, मेरी आरज़ू भी तू है....!
मेरी ज़िंदगी है ज़िंदा....... तेरी यादों के सहारे.......!!
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